NEW YEAR SHAYARI WhatsApp Status LOVE SHAYARI / FSS
1."इस नए साल में ख़ुशियों की बरसातें हों
प्यार के दिन और मोहब्बत की रातें हों
रंजिशें नफ़रतें मिट जायें सदा के लिए
सभी के दिलों में ऐसी चाहते हों
2.
पूर्णिमा का चाँद, रंगों की डोली;चाँद से उसकी, चांदनी बोली;खुशियों से भरे आपकी झोली;मुबारक हो आपको, रंग-बिरंगी होली
3.
हर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है.
4.
हम आपकी याद में उदास है
बस आपसे मिलने की आस है
चाहे दोस्त कितने ही क्यों न हो
मेरे लिए तो आप ही सबसे खास है
5.
फ़ोन के रिश्ते भी अजीब होते हैं, बैलेंस रखकर भी लोग गरीब होते हैं,
खुद तो मैसेज करते नहीं, मुफ्त के मैसेज पढ़ने के शौक़ीन होते हैं
6.
कुछ पल में ज़िंदगी की तस्वीर बन जाती है
कुछ पल में ज़िंदगी की तक़दीर बदल जाती है
किसी को पा कर कभी खोना मत मेरे दोस्त
क्योंकि एक जुदाई से पूरी ज़िंदगी बिखर जाती है
7.
तुमने चाहा है मुझे ये करम क्या कम है
तुम प्यार करते हो मुझसे ये भरम क्या कम है
एक दिन ये भरम टूटेगा मेरा
उफ़ किस्मत का ये सितम क्या कम है
8.
पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए
हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानों के लिए
भीग जाती थी पलक सुनकर धुनें जिनकी कभी
आँख में पानी कहाँ अब उन तरानों के लिए
9.
कुछ इस तरह मैंनेजिंदगी को आसां कर लिया
किसी से माफ़ी मांग लीकिसी को माफ़ कर दिया
10.
फरेब था हम आशिकी समझ बैठे
मौत को अपनी ज़िंदगी समझ बैठे
वक़्त का मज़ाक था या बदनसीबी
उनकी दोस्ती की दो बातों को हम प्यार समझ बैठे
11.
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर
तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर
सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर
क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर
12.
क्या शबाब था कि फूल-फूल प्यार कर उठा
क्या सुरूप था कि देख आइना मचल उठा
इस तरफ जमीन और आसमां उधर उठा
थाम कर जिगर उठा कि जो मिला नज़र उठा
एक दिन मगर यहाँ,ऐसी कुछ हवा चली
लुट गयी कली-कली कि घुट गयी गली-गली
13.
क्या करूँगा उसका इंतज़ार करके
जब चली गई वो मुझे बर्बाद करके
सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा
मगर मिली सिर्फ तन्हाई उसे प्यार करके
14.
मन्ज़िल उन्ही को मिलती है
मन्ज़िल उन्ही को मिलती है
जिनके सपनो मे जान होती है
पंख से कुछ नही होता
पंख से कुछ नही होता
हौसले से उडान होती है
15.
कुछ नशा तो आपकी बात का है
कुछ नशा तो धीमी बरसात का है
हमें आप यूँ ही शराबी ना कहिये
इस दिल पर असर तो आप से मुलाकात का है
16.
वो कहते हैं दिल पे भरोसा इतना नहीं करते
हम कहते हैं महोब्बत में सोचा नहीं करते
वो कहते हैं नज़रों से दूर पर दिल के पास हुँ
हमने कहा सपनो से दिल को बहलाया नहीं करते
प्यार के दिन और मोहब्बत की रातें हों
रंजिशें नफ़रतें मिट जायें सदा के लिए
सभी के दिलों में ऐसी चाहते हों
2.
पूर्णिमा का चाँद, रंगों की डोली;चाँद से उसकी, चांदनी बोली;खुशियों से भरे आपकी झोली;मुबारक हो आपको, रंग-बिरंगी होली
3.
हर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है.
4.
हम आपकी याद में उदास है
बस आपसे मिलने की आस है
चाहे दोस्त कितने ही क्यों न हो
मेरे लिए तो आप ही सबसे खास है
5.
फ़ोन के रिश्ते भी अजीब होते हैं, बैलेंस रखकर भी लोग गरीब होते हैं,
खुद तो मैसेज करते नहीं, मुफ्त के मैसेज पढ़ने के शौक़ीन होते हैं
6.
कुछ पल में ज़िंदगी की तस्वीर बन जाती है
कुछ पल में ज़िंदगी की तक़दीर बदल जाती है
किसी को पा कर कभी खोना मत मेरे दोस्त
क्योंकि एक जुदाई से पूरी ज़िंदगी बिखर जाती है
7.
तुमने चाहा है मुझे ये करम क्या कम है
तुम प्यार करते हो मुझसे ये भरम क्या कम है
एक दिन ये भरम टूटेगा मेरा
उफ़ किस्मत का ये सितम क्या कम है
8.
पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए
हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानों के लिए
भीग जाती थी पलक सुनकर धुनें जिनकी कभी
आँख में पानी कहाँ अब उन तरानों के लिए
9.
कुछ इस तरह मैंनेजिंदगी को आसां कर लिया
किसी से माफ़ी मांग लीकिसी को माफ़ कर दिया
10.
फरेब था हम आशिकी समझ बैठे
मौत को अपनी ज़िंदगी समझ बैठे
वक़्त का मज़ाक था या बदनसीबी
उनकी दोस्ती की दो बातों को हम प्यार समझ बैठे
11.
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर
तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर
सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर
क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर
12.
क्या शबाब था कि फूल-फूल प्यार कर उठा
क्या सुरूप था कि देख आइना मचल उठा
इस तरफ जमीन और आसमां उधर उठा
थाम कर जिगर उठा कि जो मिला नज़र उठा
एक दिन मगर यहाँ,ऐसी कुछ हवा चली
लुट गयी कली-कली कि घुट गयी गली-गली
13.
क्या करूँगा उसका इंतज़ार करके
जब चली गई वो मुझे बर्बाद करके
सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा
मगर मिली सिर्फ तन्हाई उसे प्यार करके
14.
मन्ज़िल उन्ही को मिलती है
मन्ज़िल उन्ही को मिलती है
जिनके सपनो मे जान होती है
पंख से कुछ नही होता
पंख से कुछ नही होता
हौसले से उडान होती है
15.
कुछ नशा तो आपकी बात का है
कुछ नशा तो धीमी बरसात का है
हमें आप यूँ ही शराबी ना कहिये
इस दिल पर असर तो आप से मुलाकात का है
16.
वो कहते हैं दिल पे भरोसा इतना नहीं करते
हम कहते हैं महोब्बत में सोचा नहीं करते
वो कहते हैं नज़रों से दूर पर दिल के पास हुँ
हमने कहा सपनो से दिल को बहलाया नहीं करते
Comments
Post a Comment